रानी पद्मिनी , चित्तौड़ की रानी थी। पद्मिनी को पद्मावती के नाम से भी जाना जाता है, वह 13 वीं -14 वीं सदी की महान भारतीय रानी रानी है। रानी पद्मिनि के साहस और बलिदान की गौरवगाथा इतिहास में अमर है। सिंहल द्वीप के राजा गंधर्व सेन और रानी चंपावती की बेटी पद्मिनी चित्तौड़ के राजा रतनसिंह के साथ ब्याही गई थी। रानी पद्मिनी बहुत खूबसूरत थी और उनकी खूबसूरती पर एक दिन दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी की बुरी नजर पड़ गई। अलाउद्दीन किसी भी कीमत पर रानी पद्मिनी को हासिल करना चाहता था, इसलिए उसने चित्तौड़ पर हमला कर दिया। रानी पद्मिनी ने आग में कूदकर जान दे दी, लेकिन अपनी आन-बान पर आँच नहीं आने दी। ईस्वी सन् १३०३ में चित्तौड़ के लूटने वाला अलाउद्दीन खिलजी था जो राजसी सुंदरी रानी पद्मिनी को पाने के लिए लालयित था। श्रुति यह है कि उसने दर्पण में रानी की प्रतिबिंब देखा था और उसके सम्मोहित करने वाले सौंदर्य को देखकर अभिभूत हो गया था। लेकिन कुलीन रानी ने लज्जा को बचाने के लिए जौहर( जौहर क्रिया में राजपूत स्त्रियाँ जौहर कुंड को आग लगाकर उसमें स्वयं का बलिदान कर देती थी। जौहर क्रिया की सबसे अधिक घटनाये
A Goose Bumps and Proud Moments for every Indian Divya Narendra is the Real Founder of Facebook. If somebody will ask you the name of the founder of FaceBook, then no wounder you will take the name of Mark Zuckerberg. 99% of the FaceBook users takes the name of Mark Zuckerberg. This shows that the people are not aware of the reality that the real founder of the FaceBook is an Indian. Let’s find out more about this Indian so that next time you’ll take the correct name. 34 years old Divya Narendra’s parents shifted to U.S.A from India before his birth on 18th of March, 1982. So, Divya was born in NewYork. Divya’s parents wants him to become a doctor like them, but Divya was dreaming of becoming an Entrepreneur. He wanted to do something different and extraordinary from the start and due to his hardwork, he completed his dream and become the founder of FaceBook. But somehow he became the another victim by the strategy of the people who used his invention by their name. This is the r